योरकोट , केन्वा से लेकर तमाम प्लेटफार्म ने कम शब्दों में सुंदर चित्रों के साथ लेखक को अपनी बात रखने की आज़ादी दी है । क्षणिका विधा में प्रस्तुत हैं शब्द संयोजन शतदल के पटल पर।

योरकोट , केन्वा से लेकर तमाम प्लेटफार्म ने कम शब्दों में सुंदर चित्रों के साथ लेखक को अपनी बात रखने की आज़ादी दी है । क्षणिका विधा में प्रस्तुत हैं शब्द संयोजन शतदल के पटल पर।