Muk Jande Ne Jism Ta,
Par Aatma Amar Hai,
Jide Ang Sang Prabhu Hai,
Onu Phir Kisda Daar Hai
ये कीर्तन के बोल हैं , इसके आगे बड़े शांति पूर्वक ,
“सत नाम श्री वाहेगुरु ” गाया जाता है।
जगजीत सिंह जी की आवाज़ में पहली बार सुना था और अब तक उनकी आवाज़ में ही सुनती आ रही हूँ ।