मौसम
सुहाना मौसम है
आसमान में चिड़ियाँ उड़ रही है
सड़क पर गाड़ियाँ चल रही हैं
बिल्डिंग्स बड़ी बड़ी
उसमें लोग रहते हैं
यहाँ पर कुछ घर है
यहाँ पर कुछ मॉल हैं
इस सड़क पर काम जारी है।
– मास्टर अभिज्ञान मिश्र
कक्षा 2
मैं और अभिज्ञान गोरेगाँव दिंडोशी के रास्ते में हैं, जैसा की अमूमन मैं करती हूँ ऑटो पर बैठी और मोबाइल नोट्स निकाल कर कुछ लिखने लगी। आज भी वही किया । गूँज समूह में “मौसम” पर कविता लिखने का आग्रह आया है सभी सदस्यों से। तो इससे पहले की मैं अकेले मोबाइल में संलग्न हो जाऊं मैंने अभिज्ञान से बात साझा की , कहा की बेटा आज मौसम पर कविता लिखनी है कुछ बताओ- उन्होंने सड़क,रास्ते,घर,बगल देखे और जो उपर लिखा है वो बोले दिए।
” इस सड़क पर काम जारी है” लाइन के बाद “बस हो गया ” का सिग्नल आया।