About Blogger
मेरा जन्म 1 अगस्त 1986 को पूर्णियाँ, बिहार के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। पिता जी आकाशवाणी में कार्यरत हैं। परिवार में साहित्यिक वातावरण होने के कारण बचपन से हिंदी कविताओं और कहानियों में रुझान रहा। स्कूली दिनों से ही काव्य पाठ प्रतियोगिताओं के लिए अपनी लिखी कविता पढ़ना अच्छा लगता था। मेरे पिता डॉ. प्रभात झा मैथिली भाषा साहित्य से जुड़े हैं। माता जी स्वर्गीय सरोज स्मृति हिंदी रंगमंच से जुड़ी थीं और हिंदी-संस्कृत की शिक्षिका थीं ।मेरी माँ का अनवरत लिखते रहना मेरे बचपन की बेहतरीन याद है।
कंप्यूटर एप्लिकेशन से स्नातकोत्तर करने के बाद मैं पिछले ग्यारह वर्षों से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत हूँ। लेखन में रूचि रखती हूँ। मई 2018 से मुंबई के ओपन माइक प्लेटफार्म पर अपनी लिखी कविताओं को साझा करने के साथ हिंदी में अपना योगदान देने की प्रक्रिया में हूँ।
Blog Journey
मेरा ब्लॉगिंग सफर जुलाई 2018 से शुरू हुआ उससे पहले मैं फ़ेसबुक पर और तमाम ऑनलाइन पोर्टल्स पर अपनी कविता भेजती। फिर मित्रों में किसी ने ब्लॉगिंग का सुझाव दिया जिससे रचनाएँ एकत्रित हो सकें और मेरी बात पाठकों तक एक सिरे से जाए।
चूँकि लिखना अब सीधे स्मार्ट फोन पर हो रहा है तो एक प्लेटफार्म पर उसको सहेजने के लिए क्लाउड से बढियाँ रास्ता मुझे ब्लॉग ही लगा। मैं ब्लॉग और अपने जीवन से जुड़े अनुभव लिखती हूँ। कविताएँ लिखती हूँ । केवल लिखने और प्रशंसा के लिए मैं नहीं लिख सकती वो भाव अंदर से आना चाहिए मेरे अंदर उस मैटर को लेकर बेचैनी होनी चाहिए और मेरे आस पास की हर बात उस समय गौण हो जानी चाहिए। ऐसे तैयार होती है एक कविता मेरी। कभी दोपहर। कभी आधी रात ओर सबसे ज्यादा मैं शुक्रगुज़ार हूँ मुंबई के ट्राफिक की। जो मुंबई की घन्टों घन्टों वाली ट्रैफिक न होती तो बेस्ट बस में बैठे मेरे ब्लॉग की गाड़ी न बढ़ी होती।
कहते हैं ये शहर हमसे हमारा सुकूँन ले लेता है लेकिन बदले में देता है नाम, हुनर और कभी न समाप्त होने वाली जिजीविषा। ये एक जारी सफर है। जव तक हूँ शतदल की यात्रा है और बड़े पैमाने पर घूमना है हमें।
About Blog
मेरा ब्लॉग का नाम “शतदल” है। मैं लंबा चौड़ा टेक्निकल नाम नहीं चाहती थी इसलिए प्यारा सा http://www.shatadal.com चयन किया। स्वर्गीय माता जी सरोज स्मृति “शन्नो” के नाम के पर्यायवाची से लिया शतदल।
मेरे ब्लॉग में अधिकांश कविताएँ हैं। कुछ जीवनानुभव से जुड़े लेख। सभी रचनाएं मौलिक हैं। ब्लोगिंग के लिए वर्डप्रेस का प्लेटफ़ॉर्म प्रयोग किया गया क्योंकि इसकी सुविधाएं मुझे टेक्नीकली एडवांस लगतीं हैं। इसका सर्च इंजिन ऑप्टिमाइज़शन चूंकि और प्लेटफ़ॉर्म से बेहतर है तो भविष्य में वेबसाइट का विस्तार करने पर अच्छी पब्लिसिटी भी रहेगी।
मेरे ब्लॉग का मुख्य उद्देश्य मेरी रचनाओं को सहेजना है। अपने अनुभव लिखते और पब्लिश करते समय मैं ब्लॉग में ज़रूरी टैग डालती हूँ जिससे लोगों को कंटेंट ढूंढने में आसानी हो। ब्लॉग की भाषा हिंदी है। कॉन्टेंट स्त्री विमर्श, अध्यात्म, उत्साह वर्धक, जानकारी इत्यादि के इर्द गिर्द रहता है।
प्रज्ञा जी ,आप की रचना के साथ आप के ब्लाग का लिंक देखा तो अवलोकन के बिना नहीं रह सका । बहुत अच्छा ब्लाग है आप का । एक नज़र मैं कुछ रचनाओं का भी अवलोकन किया । आप की रचनाओं में शब्दों के ताने-बाने का सुंदर मिश्रण है। ढेरों बधाई व शुभकामनायें ।
प्रदीप श्रीवास्तव
संपादक
प्रणाम पर्यटन / वसुंधरा पोस्ट
http://www.pranamparyatan.in
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नमस्कार प्रदीप जी , इतने सुंदर शब्दों में बधाई के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। इन शब्दों से ईद के दिन शुरआत हुई बहुत खुशी की बात हो गयी। आपका स्वागत है। 🙏
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Nice journey, keep it up, best of luck
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धन्यवाद, आपकी टिपण्णी उत्साह वर्धक है।
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