हिंद महासागर अनलिमिटेड लाईब्लिटी कंपनी के कार्पोरेट दबाव में श्री अरबसागर पर ऐसा प्रेशर पड़ा हैं कि गरमा गरमा कर बेचारे के सतह का तापमान इकतीस डिग्री तक पहुंच गया है।
ऐसे में श्री अरबसागर ने सारे न्यू ज्वॉइनी कड़कड़जलधर को निर्देश दिए हैं कि अगले बरस के बादल बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी जमा नहीं होने की दशा में बरसते रहना है।
यह मामला दबाव के अप्रत्याशित हस्तांतरण का है जिसमें ताबड़ तोड़ फायरिंग हो रही है, जो बिजली कड़कने जैसी कुछ लग रही है। साथ में सारे न्यू जोइनर कड़कड़जलधर कुढ़ कुढ़ कर ओवरटाइम में काले पड़ रहे हैं।
अपनी योग्यता साबित करने के लिए छोटे छोटे मेघदूत कड़कड़जलधर जा जा के ताउते ताऊ, यास ताई, असानी मौसी, अम्फान दद्दा, निसर्ग भैया जैसे अनुभवी बरसने वालों को पकड़ पकड़ कर लाते रहते हैं ।
बहरहाल जानकारों का कहना ये है कि श्री अरबसागर भारत में आने वाले व्यापक सूखे को लेकर ज्यादा परेशान हैं जिसके दुख में वे सभी तूफान परिजन के साथ ही बैठक किए जा रहे है।
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प्रज्ञा मिश्र