हिंदी कविता

🟣प्रभावशाली

वो जो सबको अच्छे लगते हैं,
वो जिनसे सब प्रभावित हैं,
वो जिनसे गुलज़ार है दुनिया,
वो बिलकुल अपने जैसे होते हैं,
किसी की कॉपी नहीं होते।

जैसे दुनिया में होते हैं
अपनी तरह के फूल
गुलाब के, चंपा के ,
बोगनविलिया गुड़हल,
पेरीविंकल, कुमुदनी के
वे किसी के जैसे नहीं होते
उनका अपना अस्तित्व होता है
वे अपनी तुलना नहीं करते।

प्रज्ञा मिश्र

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