कंतारा फीचर फिल्म देखने के बाद

अनायास गुलाबी कुर्ते की कोर से

मैंने काजल पोंछ लिया

कुर्ते में दाग लगा ही रहने दिया

जाने आंसू थे किसी के खोने का दुख था

या पड़ गया था कोई तिनका

खुद को भुलावे में रहने दिया

प्रज्ञा मिश्र

11 मार्च 2023

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