बेहद खूबसूरती से चिड़ियाँ जगा गयी थी
सुबह होने से पहले आज सुबह हो गयी थी।
कहीं देर रात आँखों की नींद जा रही थी।
कहीं घन्टों मोबाइल धरे किसी की याद आ रही थी।
धीरे से भोर का भान करा कर वे
दिन साथ लिये जा रहे थे
बड़ी शालीनता से धरा के
झुरमुट केश हटाये दिवाकर
मुस्कराये जा रहे थे।

#फरवरी #रोज़डे

सुप्रभात